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अबकी न गवाएं मौका, 2026 तक बढ़ गई ये योजना; छोटे उद्योग से करें करोड़ों की कमाई! जानें प्रोसेस…

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Agency:News18 Madhya Pradesh

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PM Scheme : प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (पीएम-एफएमई) छोटे खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों को वित्तीय व तकनीकी सहायता प्रदान करती है. सतना व मैहर में 30 यूनिट्स स्थापित की गई हैं. पात्र उद्यमों को ऋण…और पढ़ें

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प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना

हाइलाइट्स

  • पीएम-एफएमई योजना 2026 तक बढ़ाई गई.
  • सतना और मैहर में 30 यूनिट्स स्थापित की गईं.
  • आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन उपलब्ध.

सतना. प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (पीएम-एफएमई) छोटे और मध्यम खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों को वित्तीय, तकनीकी और व्यावसायिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से बनाई गई है. इस योजना के तहत, पात्र उद्यमों को ऋण-लिंक्ड सब्सिडी, तकनीकी सहायता और कृषि अवसंरचना निधि (एआईएफ़) के तहत ब्याज में छूट प्रदान की जाती है.

इस योजना में सूक्ष्म उद्यमों को कई तरह के लाभ दिए जाते हैं जैसे- ऋण-लिंक्ड पूंजी सब्सिडी (पात्र परियोजना लागत का 35% तक), लोन की सुविधा (10 लाख रुपये तक का ऋण), ब्याज सहायता (एआईएफ़ के तहत 3% की ब्याज दर पर), तकनीकी सहायता जिसमें उत्पाद और प्रक्रिया विकास, उपकरणों का डिज़ाइन, बेहतर भंडारण, शेल्फ़-लाइफ और पैकेजिंग में सुधार आदि.

सतना और मैहर में योजना का कार्यान्वयन
ग्रामीण उन्नयन विस्तार अधिकारी सुधा पटेल ने लोकल 18 को बताया कि यह योजना 2019-20 में 2025 तक के लिए शुरू की गई थी और लेकिन अब इसे 2026 तक बढ़ा दिया गया है. सतना और मैहर क्षेत्रों में इस योजना के तहत अब तक 30 यूनिट्स का निर्माण किया जा चुका है. ज़िला उन्नयन विभाग इन यूनिट्स का निरीक्षण कर नियमित रूप से रिपोर्ट भोपाल भेजता है.

आवेदन प्रक्रिया और पात्रता
योजना का लाभ उठाने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आवेदन किया जा सकता है.
– ऑनलाइन आवेदन: पीएमएफएमई पोर्टल पर.
– ऑफलाइन आवेदन: नज़दीकी विकासखण्ड के उन्नयन कार्यालय में.

आवेदन करने के लिए निम्नलिखित पात्रता शर्तें हैं
– आवेदक की उम्र 18 से 40 वर्ष के बीच हो.
– आवेदक पेंशनधारी या टैक्सपेयर न हो.
– आवेदक पर कोई पूर्व ऋण बकाया न हो.

स्थानीय विकास में योगदान
सुधा पटेल ने बताया कि इस योजना के कारण क्षेत्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों में बढ़ावा मिला है. इन यूनिट्स के माध्यम से न केवल स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ा है, बल्कि सतना और मैहर के किसान भी लाभान्वित हो रहे हैं. योजना से जुड़े अधिक जानकारी के लिए जिला उन्नयन कार्यालय या पीएमएफएमई की आधिकारिक वेबसाइट का उपयोग किया जा सकता है.

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